मेरी कसम खाओ गौओं के आगे न जाओ
लाल नीलमणि, लूं तेरी बलई,
पास में चराना धेनू और बजाना मोहन-वेणू
ताकि घर बैठे मुझे दे सुनाई ।
गैया होंगे दाईं तरफ और बच्चे होंगे बाईं तरफ
बलाइ रक्षा करेगा आगे रहकर,
श्रीदाम सुदाम पीछे रहकर रखवाली करेंगे होके तत्पर
सभी बालक चलेंगे तुम्हें घेरकर ।
तुम बीच में रहना उनका साथ कभी न छोड़ना,
वन में है दुश्मनों का बड़ा डर ।
अगर तुमने की शरारत बलाइ जरूर करेगा शिकायत
देख, मैं कैसे लूं तेरी खबर !!!
भूख लगी तो खा लेना और राह देखकर चलना
राह में हैं कांटे विषम,
किसीके कहने पे कानू, छूना भी मत बड़ी धेनू
खा मेरे सर की कसम ।
बिनती कर रही मैया रहना पेड़ों की छैयां
धूप न लगने पाए अंग में,
यादवेन्द्र को साथ लेना जूते उसके हाथों देना,
समझकर पहिनायेगा गुलाबी पग में ।
3 thoughts on “मैया नीलु को चेतावनी दे रही है –”