मिटा दो ऐसे मोहब्बत को

क्या करें

जब बन जाये मोहब्बत नासूर,

और पीप लगे बहने ?

हयात को मिटा दें,

या खुद को लगे मिटाने ?


क्या करें

जब मोहब्बत बन जाये चीज़,

व्यापारी और लूटेरों के आग़ोश में,

बने धर्म का इक्का

तमाशबीनों Read more >

ssssssssssssssss…………..jara choop bhi karo re baba


Radhe Radhe !


A swet poem by Vijay dada –



ननद भुवन का कोल्हाहल हुआ सांत भारी

लाल को मीठी मीठी निंदिया भर आई ,

कमल नयन, नींद में न छोड़ी बांसुरिया

मधुर नाद से, गूंजावत  ब्रज की गलिया

अति 

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मेरे प्राण-गौरांग


ऐसी पिलायी तुने साक़ी गोरा, कुर्बान हो चुके हम,

अब तक रहे जो बाकी, गोरा, अर्मान खो चुके हम ।

 

पहला ही गौर-जाम भरकर ऐसा हमें पिलाया,

सारी अक्ल-हुनर को गोरा,  नादान खो चुके हम ।

 

तेरे मुकाबले का, गोरा, Read more >