करो तैयारियां सभी सखियां
होकर तुम तत्पर,
सावधान बनके सुर्यपूजा करके,
जल्दी लौटना घर ।
कर्पूर चन्दन पूरी-पक्वान
और फूलों की माल,
देवता के घर जाओ राई को लेकर
रखना उसका खयाल ।
करने पूजन करके जतन
बुलाना कोई पंडित,
जटीला-वचन सुनके सखीगण
होवें चिन्ता रहित ।
खूश हुईं सखियां राई को बताये बतियां
सुनकर राई हंस दीं,
जब सुना भक्तों ने लगे वे भी हंसने
कहे, “सखियों, करो जल्दी’’ ।