प्रातः लीला – श्री श्री राधा-श्याम का नन्दालय के बाहर मिलन –

राह में गुज़रते वक़्त नैन हुये चार,

दिल को मिला चैन, आंखों में ख़ुमार ।

छौंकी भगवान

 

-मीनू राजीव लाल

This is an exceedingly cute fact related in Poet Vidyapati’s mothertongue – Mythili. It is all about prem, sans rituals.

कोनो गाम में एकटा ठकुरबाड़ी छल आ ओही में देवी-देवता सब स्थापित छलाह। ओकर देखभाल एकटा पंडितजी Read more >