सहचर संग गौरकिशोर,
मधुपान-भाव-रस में हुये विभोर ।
क्या कहना चाहे और क्या बताये,
यह तो कोई समझ ही ना पाये ।
प्रभु के रूप में कुछ बदलाव आये,
देखकर भकतगण विभोर हो जायें ।
डोल रहे अलसित अरुण नयन,… Read more >
सहचर संग गौरकिशोर,
मधुपान-भाव-रस में हुये विभोर ।
क्या कहना चाहे और क्या बताये,
यह तो कोई समझ ही ना पाये ।
प्रभु के रूप में कुछ बदलाव आये,
देखकर भकतगण विभोर हो जायें ।
डोल रहे अलसित अरुण नयन,… Read more >
भ्रमत गहन वन में जुगल-किशोर,
संग सखीगण आनन्द-विभोर ।
एक सखी कहे, “देखो देखो सखियन,
कैसे एक दूजे को देखें, अपलक अंखियन !’’
पेड़ हैं पुलकित, खुशबू[1] पाकर भ्रमर-गण
उनकी ओर[2] भागे त्यज फूलों का वन ।
दोनों … Read more >
झूले से उतरकर देखा गोपियों ने
कि अब हो गयी है बेला
फूल तोड़्ने को चले जल्दी
सभी आभीर-बाला ।
कांचन कान्ति कोमल कलेवर, विहरे सुरधूनी कूल,
तरुण तरुण तरु देखकर तोड़े कुन्द करबी के फूल।
सभी समवय सखा-संग सरस रभस रंग में भोर,
गजवर-गमन को गंजये गति मन्थर, प्रेम-रस विभोर
गदाधर को ले गोदी पर, अपरूप गौरांग के रंग,… Read more >
Radhe Radhe !
This is an entry by devotee Jayesh bhai, who is just now very busy organizing street-plays during Janmashtami. 🙂 Also this is the first post of our new category “Sweet Bharat”.
Jayeshbhai told me in his … Read more >
Radhe Radhe !
Shuk made these lovely payals for Gobindaji, and since then he’s been behind me to cam His charan-kamal. 🙂 However all the dresses that Gobindaji wears. conceal His lotus feet. Today, all of asudden, maybe because it … Read more >
राधा-कुण्ड के पास जब वर्षा करे हास
और बकुल कदम्ब झूमे,
हर दो शाख पर हिन्दोला रतन-डोरी की माला
बीच बीच में मुक्ता चूमे ।
पंखुड़ियों को चूरन कर पतले वस्त्र में भरकर,
सखियों ने बनाया तकिया,
पट्टे के ऊपर … Read more >
सुरधूनी तीर पे आज गौरकिशोर,
झूलन–रस–रंग में हो गये विभोर ।
Radhe Radhe ! This is a post on Raksha bandhan by Vijay dada.
राधे राधे
आज अस्ठ्मी भई है
बड़ी आन्नद में डोल रही है
जाउंगी बरसना जहाँ मातपित
और श्रीदाम प्यारे भाई
जटिल मात राजी हुई भेजने को
जो … Read more >
Radhe Radhe !
Raksha Bandhan has always been my hot favorite. i LOVE tying Rakhis for my Deities !
This time Neelu got jumbo rakhi. It was a stuffed toy – quadruple his size. And he held on to it … Read more >